दतिया। मानवता की मिसाल पेश करते हुए प्रशासन, पुलिस और बाल कल्याण समिति (CWC) ने मिलकर ग्राम दरियावपुर में मिली नवजात बालिका की सुरक्षा और उपचार के लिए तत्परता से कार्यवाही की। नवजात बालिका को गत दिवस ग्राम दरियावपुर से बरामद किया गया था।
स्थानीय नागरिकों की सूचना पर सेंवढ़ा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बालिका को सुरक्षित अपने संरक्षण में लिया और तत्पश्चात महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के सुपुर्द किया। टीआई सेंवढ़ा विनीत तिवारी ने इस संबंध में बाल कल्याण समिति (CWC) से तत्काल संपर्क साधा और आवश्यक प्रक्रियाओं की जानकारी साझा की।
समिति के निर्देशानुसार बालिका को बेहतर चिकित्सा देखभाल के लिए जिला चिकित्सालय दतिया स्थित नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (SNCU) में भर्ती कराया गया।
शनिवार को बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष कल्पना राजे बैस सहित सदस्य रामजीशरण राय, कृष्णा कुशवाहा, संतोष तिवारी, वैभव खरे तथा शिशुगृह प्रबंधक संदेश शर्मा ने जिला चिकित्सालय पहुंचकर नवजात बालिका की स्वास्थ्य स्थिति का अवलोकन किया।
इस दौरान समिति सदस्यों ने उपस्थित चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ से बालिका के स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की तथा उसके उपचार की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
चिकित्सक दल ने समिति को बताया कि नवजात बालिका पूर्णतः स्वस्थ है, केवल वजन सामान्य से कम है, जिसके लिए शिशु रोग विशेषज्ञों द्वारा आवश्यक उपचार और पोषण संबंधी देखरेख की जा रही है।
डॉक्टरों ने बताया कि कुछ दिनों के उपचार और देखभाल के बाद बालिका को पूरी तरह स्वस्थ घोषित किया जा सकेगा।
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष कल्पना राजे बैस ने इस अवसर पर कहा कि, “यह हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है कि ऐसे परित्यक्त अथवा असहाय शिशुओं को तत्काल सुरक्षा, स्वास्थ्य सुविधा और स्नेहपूर्ण वातावरण मिले।
समिति द्वारा बालिका की निरंतर निगरानी की जाएगी और आगे के संरक्षण हेतु आवश्यक कानूनी प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी। इस दौरान समिति सदस्यों ने अस्पताल प्रशासन और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को समन्वयपूर्ण कार्यवाही के लिए धन्यवाद दिया तथा नवजात शिशु के सुरक्षित भविष्य की कामना की।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि प्रशासनिक तत्परता और सामाजिक संवेदनशीलता के मेल से असहाय शिशुओं को जीवन का नया अवसर प्रदान किया जा सकता है।