रात में गाड़ियों की सफेद लाइटें: सड़क दुर्घटनाओं का नया खतरा
दिल्ली, 28 सितंबर 2025: सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों ने रात के समय वाहनों में उपयोग होने वाली तेज सफेद लाइटों (हाई-बीम LED और HID हेडलाइट्स) को लेकर चिंता जताई है। हाल के अध्ययनों और सड़क दुर्घटना आंकड़ों के अनुसार, इन लाइटों के कारण सामने से आ रहे वाहन चालकों की आंखों में चकाचौंध (ग्लेयर) की समस्या बढ़ रही है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ रहा है।
क्यों है खतरा? तेज सफेद लाइटें, खासकर LED और HID हेडलाइट्स, सामान्य हलोजन लाइट्स की तुलना में अधिक चमकीली होती हैं। ये लाइटें रात में सड़क को बेहतर रोशनी देती हैं, लेकिन इनका गलत उपयोग, जैसे हाई-बीम का अनावश्यक इस्तेमाल, सामने से आने वाले चालकों की दृष्टि को अस्थायी रूप से बाधित कर सकता है। सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ. रमेश शर्मा कहते हैं,
“हाई-बीम लाइट्स का गलत इस्तेमाल, खासकर शहरों और व्यस्त सड़कों पर, चकाचौंध का कारण बनता है, जिससे चालक सड़क पर पैदल यात्रियों या अन्य वाहनों को देखने में असमर्थ हो जाते हैं।”आंकड़ों का खुलासा केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के हालिया आंकड़ों के मुताबिक, रात में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में 30% से अधिक मामलों में चकाचौंध को एक प्रमुख कारण माना गया है।
2024 में देशभर में रात के समय हुई दुर्घटनाओं में 15,000 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें से कई मामलों में तेज हेडलाइट्स की भूमिका सामने आई।लोगों की शिकायतें दिल्ली के एक ऑटो-रिक्शा चालक रवि कुमार ने बताया, “कई बार रात में बड़ी गाड़ियों की तेज लाइटें इतनी चुभती हैं कि कुछ सेकंड के लिए कुछ दिखाई ही नहीं देता।
ऐसे में दुर्घटना का डर बना रहता है।” वहीं, मुंबई की IT कर्मचारी नेहा वर्मा ने कहा, “शहर की सड़कों पर भी लोग हाई-बीम का इस्तेमाल करते हैं, जो बहुत परेशान करता है।”क्या है समाधान? सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि हेडलाइट्स के लिए सख्त नियम लागू किए जाएं। कुछ समाधान निम्नलिखित हैं:हाई-बीम का नियंत्रित उपयोग: शहरों और व्यस्त सड़कों पर हाई-बीम के इस्तेमाल पर रोक।
एंटी-ग्लेयर तकनीक: वाहन निर्माताओं को ऐसी हेडलाइट्स डिजाइन करने के लिए प्रोत्साहित करना, जो चकाचौंध को कम करें।
जागरूकता अभियान: चालकों को हेडलाइट के सही उपयोग के बारे में शिक्षित करना।नियमों का सख्ती से पालन: हाई-बीम के दुरुपयोग पर जुर्माने को और सख्त करना।सरकारी कदम केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने इस मुद्दे पर विचार करने के लिए एक समिति गठित की है, जो हेडलाइट्स के मानकों को तय करने और चकाचौंध की समस्या से निपटने के लिए नीतियां बनाएगी।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, “हम नई तकनीकों और नियमों पर काम कर रहे हैं ताकि सड़कें सुरक्षित बन सकें।”निष्कर्ष तेज सफेद लाइटें सड़क पर बेहतर दृश्यता प्रदान करती हैं, लेकिन इनका गलत उपयोग एक गंभीर खतरा बन रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीकी सुधार, सख्त नियम और जागरूकता से इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। जनता और सरकार के संयुक्त प्रयासों से ही सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सकता है।