कई व्यापारियों को नोटिस जारी, पारदर्शिता एवं उपभोक्ता हितों की दिशा में प्रशासन की सख्ती।
दतिया। कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े के निर्देशानुसार प्रशासनिक अमला इन दिनों विभिन्न बाजारों, मंडियों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सतत निगरानी कर रहा है। इसी क्रम में एसडीएम दतिया के मार्गदर्शन में संयुक्त दल द्वारा कृषि उपज मंडी दतिया की आकस्मिक जांच की गई।
इस दल में तहसीलदार जगदीश घनघोरिया, कृषि विभाग से एसएडीओ राजकुमार यादव, नापतौल निरीक्षक आर.के. मिश्रा, एवं कृषि उपज मंडी के प्रतिनिधि वीरेन्द्र नरबरिया शामिल रहे।
संयुक्त दल ने जांच के दौरान पूरे मंडी प्रांगण का निरीक्षण किया तथा मंडी में कार्यरत व्यापारियों के तोल कांटों का परीक्षण एवं सत्यापन किया।
दल ने यह सुनिश्चित किया कि उपज की खरीदी-बिक्री में किसानों को उचित तौल के आधार पर ही मूल्य प्राप्त हो, जिससे किसी भी प्रकार की अनियमितता या शोषण की संभावना न रहे।जांच में अधिकांश व्यापारियों के तोल कांटे सही और निर्धारित मानकों के अनुरूप पाए गए।
हालांकि, कुछ व्यापारियों जैसे जय खाती बाबा ट्रेडर्स और धर्मेन्द्र रावत के तोल कांटे नियमानुसार पुनः सत्यापित नहीं पाए गए, जिस पर संबंधित व्यापारियों को नोटिस जारी करते हुए नियमानुसार प्रकरण तैयार किया गया।
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार की आकस्मिक जांचें समय-समय पर जारी रहेंगी ताकि मंडियों में निष्पक्ष व्यापार, किसानों के हितों की सुरक्षा और उपभोक्ता विश्वास की पारदर्शिता बनी रहे,एसडीएम दतिया ने कहा कि किसानों के परिश्रम का उचित मूल्य सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
कोई भी व्यापारी या संस्था यदि नियमों की अवहेलना करती पाई गई तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े के निर्देशन में यह अभियान जिले में निष्पक्ष व्यापारिक माहौल एवं पारदर्शिता स्थापित करने की दिशा में एक प्रभावी कदम माना जा रहा है।