दिनांक 12.9.2025 रविवार को सरस्वती विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भरतगढ़ दतिया के परिसर में शिवपुरी विभाग समबिचारी विद्यालय शिक्षक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। उद्घाटन सत्र के दौरान मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित श्री आशीष जी जोशी (निदेशक, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल म.प्र.), श्री रामकुमार जी व्यास(विभाग समन्वयक शिवपुरी विभाग), विनय जी श्रीवास्तव (प्राचार्य हैप्पी डेज पब्लिक स्कूल शिवपुरी), पंचम सिंह जी कौरव(अध्यक्ष केशव बाल विकास समिति भरतगढ़) उपस्थित रहे।
अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं पुष्पार्पण कर तथा सरस्वती बंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। अतिथि परिचय श्री उमाशंकर जी भार्गव (प्राचार्य करेरा) द्वारा कराया गया एवं अतिथि स्वागत विद्यालय के प्राचार्य/प्रबंधक (केशव बाल विकास समिति भरतगढ़) श्री मनोज जी गुप्ता द्वारा किया गया। सम बिचारी विद्यालय शैक्षिक संगोष्ठी की प्रस्तावना एवं रूपरेखा विभाग समन्वयक श्री रामकुमार जी व्यास द्वारा रखी गई।
श्री व्यास जी द्वारा रूपरेखा रखते हुए कहां गया की 21वीं सदी के कौशल को अपने विद्यालय में कैसे क्रियान्वयन करें एवं एक दूसरे के कैसे सहयोगी बने इस पर विचार मंथन करने के लिए विभाग के सभी जिलों से समबिचारी विद्यालयों के संचालक उपस्थित हुए है एवं सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण स्वदेशी जीवन शैली, नागरिक अनुशासन यह पंच परिवर्तन हम अपने विद्यालय में कैसे लागू करें और इन सभी की जानकारी विद्यार्थी, अभिभावकों को उनकी जानकारी कैसे दें एवं इन सभी से उनको जोड़ने का प्रयास करें।
हम अपनी भारतीय संस्कृति की जानकारी सभी को कैसे दें इसके लिए हमें अपने विद्यालय में संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन करना होगा जिससे विद्यार्थी और अभिभावकों को भारतीय संस्कृति की जानकारी हो जिससे उनको गर्व महसूस हो तथा वंदना सत्र के दौरान भारतीय परिवेश दिखाई देना चाहिए इस विचार मंथन के लिए आज हम सभी लोग यहां उपस्थित हुए है।
इसके पश्चात मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्री आशीष जी जोशी ने अपने उद्बोधन में सर्वप्रथम सिर्फ शिवपुरी विभाग के सभी जिलों से पधारे हुए सभी लोगों का आभार व्यक्त किया तथा भारत माता का परम वैभव शिखर पर स्थापित हो इसके लिए हम सभी प्रयासरत रहे तथा हम आपस में प्रतिद्वंद्वी नहीं है हम सभी सहयोगी हैं ।
इसके पश्चात उन्होंने 21वीं साड़ी के कौशल विषय पर अपना विचार रखते हुए सर्वप्रथम एक दूसरे के नवाचार को अपने-अपने विद्यालयों में लाने की जरूरत है तथा हमें नई शिक्षा नीति को लिखना और पढ़ना नहीं है बल्कि विद्यार्थियों में इसके माध्यम से उनके अंदर कौशल विकसित करना है । विद्यार्थी एक सफल नागरिक कैसे बने यह चीज अपने-अपने विद्यालय में कैसे विकसित करें यह जरूरी है ।
आजकल विद्यार्थियों मे कॉन्फिडेंस ना होने के कारण बोल नहीं पाते इसके लिए विद्यार्थियों में कम्युनिकेशन स्किल को डेवलप करना होगा इस स्किल को डेवलप करने के लिए विद्यार्थियों को देश दुनिया के समाचार सुनाएं इस तरीके से धीरे-धीरे बोलने का तरीका विद्यार्थियों में आएगा तथा उनका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा। आजकल देखा जा रहा है कि बोलने में मुहावरा का उपयोग भी काम हो रहा है बल्कि मुहावरों के माध्यम से हम छोटी सी बात को बड़े ही विस्तार से व अच्छी तरीके से कह सकते हैं।
तथा विद्यार्थियों में रचनात्मक कार्यों के प्रति जागरूकता आए इस चीज पर भी कार्य करना होगा क्योंकि अगर कोई विद्यार्थी क्रिएटिव है तो वह बच्चा आगे बढ़ सकता है तथा हर किसी को नया करने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि जो व्यक्ति कुछ नया करने का प्रयास करता है वह आगे बढ़ता है तथा हर किसी में किसी न किसी चीज का हुनर होता है।
इसलिए विद्यार्थियों को आगे बढ़ाने के लिए हमें रचनात्मक कार्यों को सिखाना चाहिए तथा इन सभी चीजों के साथ-साथ विद्यार्थियों को अनुशासन सीखना भी बहुत महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता की केशव बाल विकास समिति के अध्यक्ष श्री पंचम सिंह जी कौरव द्वारा की गई तथा कार्यक्रम का संचालन श्री कपिल जी तांबे (प्राचार्य बुंदेला नगर) द्वारा किया गया तथा अंत में श्री ऋषि पांडे जी (सम बिचारी विद्यालय जिला प्रमुख) द्वारा अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया।