शाजापुर। गुरुवार से शुरू होगा अभियान शुजालपुर शाजापुर जिले में शुजालपुर, कालापीपल, अवंतीपुर बडोदिया व पोलायकलां तहसील में हिरणो व नीलगाय के कारण किसान काफी परेशान है, इन वन्यजीवों के द्वारा किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया जाता है,
इसके चलते लंबे समय से किसानों की ओर से इन वन्य जीवों को अन्य स्थान पर शिफ्ट करने की मांग उठ रही थी। इसी के चलते मध्य प्रदेश सरकार ने दक्षिण अफ्रीका में वाइल्डलाइफ से जुड़े लोगों को वन्य जीवों का रिसक्यु करने के लिए बुलाया है।
बुधवार को दक्षिण अफ्रीका से 12 लोगों की टीम शुजालपुर पहुंची। जिनका भारतीय संस्कृति के अनुरूप आतिथ्य सत्कार के साथ जटाशंकर के समीप स्कालर्स स्कूल की छात्राओं ने जंगल कैफे पर स्वागत किया।
दक्षिण अफ्रीका टीम के तीन अन्य सदस्य एक-दो दिन में शुजालपुर पहुंचेंगे। दक्षिण अफ्रीका वाइल्डलाइफ से जुड़ी टीम के सदस्यों द्वारा हेलीकॉप्टर से हिरणो को हेलिकॉप्टर की मदद से हांक कर बोमा पद्धति के माध्यम से पकड़ा जाएगा।
यह अभियान लगभग 21 दिनों तक चलेगा।इस पद्धति को सीखने के लिए केंद्रीय वन विभाग तथा मध्य प्रदेश वन विभाग से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी भी शामिल रहेंगे। दक्षिण अफ्रीका टीम के लीडर कैस्टर विक्रय ने बताया कि उनके देश में लंबे समय से बोमा पद्धति अपनाई जा रही है, वे ग्राउंड लेवल पर जाकर स्थिति को देखेंगे तथा इसके बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी।
टीम लीडर ने बताया कि उनका प्रयास रहता है कि वन्य जीव को किसी प्रकार की हानि ना हो उनका रेसक्यू कर निर्धारित स्थान पर पहुंचाया जाए। बता दे शुजालपुर क्षेत्र से हिरणो का रेस्क्यू कर इन्हें गांधी सागर अभ्यारण मंदसौर भेजा जाना है।