केशव जन सेवा न्यास दतिया द्वारा व्याख्यान माला आयोजित दतिया राष्ट्र के समक्ष संभावित खतरे और समाधान विषय पर केशव जन सेवा न्यास दतिया के तत्वाधान में मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में व्याख्यान माला का आयोजन किया गया।
जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में श्री अश्विनी उपाध्याय, प्रखर राष्ट्रवादी चिंतक एवं वरिष्ठ अधिवक्ता सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री केदार सिंह जी गुर्जर, अध्यक्ष केशव जनसेवा न्यास दतिया ने की उन्होंने पंच परिवर्तन पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता श्री उपाध्याय जी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि मानव निर्मित कोई भी समस्या लाइलाज नहीं है।
भारत में समस्याएं की मूल जड़ यहां की सड़ी गली न्यायिक व्यवस्था है। भारत की पहली सबसे बड़ी समस्या यहां की गुलामी की शिक्षा व्यवस्था है जो लॉर्ड मैकाले द्वारा लागू की गई थी। उन्होंने शिक्षा व्यवस्था पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत में अलग अलग राज्यों के बोर्ड, मदरसा, सीबीएसई, आईसीएसीई जैसे 65 प्रकार के शिक्षा बोर्ड चल रहे है। भारत में समानता तभी आ सकती है जब संपूर्ण भारत में केवल एक शिक्षा बोर्ड हो। भारत की दूसरी बड़ी समस्या धर्मांतरण है।
धर्मांतरण हमारी राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है। आज भारत के 800 जिलों में से 200 जिलों में हिन्दू अल्पसंख्यक हो चुके है। भारत एक और बड़ी समस्या मजहब को धर्म समझना है। धर्म जोड़ता है जबकि मजहब तोड़ता है। जब तक सोच नहीं बदलेगी तब तक व्यवस्था नहीं बदल सकती। सनातन स्वतंत्रता देता है जबकि मजहब स्वतंत्रता छीनता है। आज समय की मांग है कि व्यवस्था में बदलाव हो और व्यवस्था तभी बदलेगी जब समाज मांग करेगा। इन समस्याओं का एक मात्र हल विभिन्न कानून में सुधार है। अंत में डॉ अनुराग सांवला ने आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री राजेश लिटोरिया ने किया।