दतिया। राज्यभर में आगामी त्यौहारों, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाईदूज, छठ पूजा आदि के सुचारू, शांतिपूर्ण एवं सुरक्षित आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
इस बैठक में प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम आयुक्त एवं अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी वर्चुअली जुड़े। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि त्यौहार केवल उल्लास का अवसर नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और नागरिक उत्तरदायित्व का भी प्रतीक है।
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी त्यौहारों के दौरान कानून-व्यवस्था, स्वच्छता, यातायात व्यवस्था, जल-विद्युत आपूर्ति तथा जनसुविधाओं के प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जिला मुख्यालय पर नियंत्रण कक्ष सक्रिय रहे और सुरक्षा व्यवस्थाओं की सतत निगरानी की जाए।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि दीपावली पर स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाए, जिससे ‘आत्मनिर्भर भारत’ की भावना को बल मिले। साथ ही उन्होंने आतिशबाजी विक्रेताओं के लिए निर्धारित दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और अग्नि सुरक्षा के दृष्टिगत यह भी कहा कि खुले मैदानों में ही आतिशबाजी की दुकानें लगाई जाएं तथा किसी भी घनी आबादी या आवासीय क्षेत्र में पटाखों की बिक्री या भंडारण की अनुमति न दी जाए।वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के तारतम्य में दतिया जिला प्रशासन ने भी अपनी तैयारियों की समीक्षा की।
इस अवसर पर कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े, पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अक्षय कुमार तेम्रवाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े ने बैठक के पश्चात अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में सुरक्षा, स्वच्छता और जनसुविधाओं के सभी प्रबंध समय रहते पूर्ण कर लिए जाएं।
उन्होंने कहा कि बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर पुलिस बल की सक्रिय उपस्थिति सुनिश्चित की जाए ताकि नागरिक निश्चिंत होकर त्यौहार मना सकें। कलेक्टर वानखड़े ने नागरिकों से अपील की कि वे दीपावली पर स्वदेशी वस्तुओं और मिट्टी के दीयों का उपयोग करें, जिससे स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहन मिले और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार किया जा सके।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ, सुरक्षित और आत्मनिर्भर दीपावली मनाना ही सच्ची देशभक्ति का प्रतीक है। बैठक के अंत में प्रशासन ने यह भी निर्णय लिया कि त्योहारों के दौरान जिले के संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जाएगी तथा किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।