शाहपुरा-राजेन्द्र खटीक। भीलवाड़ा-राजस्थान सरकार की महत्वाकांक्षी ‘लाडो प्रोत्साहन योजना’ की राशि 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये किए जाने के बाद, भीलवाड़ा जिले की प्रियंका गोस्वामी ने अपनी नवजात पुत्री के लिए संशोधित 1.50 लाख रुपये का संकल्प पत्र (Saving Bond) जारी करवाने हेतु मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, जिला कलेक्टर और महिला अधिकारिता विभाग को एक साथ पत्र लिखकर भावुक प्रार्थना की है।
योजना की संशोधित राशि का मामला:भीलवाड़ा जिले की शाहपुरा तहसील के खान का खेड़ा, बीलीया निवासी प्रियंका गोस्वामी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया कि महिला अधिकारिता विभाग ने दिनांक 07/05/2025 को आदेश जारी कर ‘लाडो प्रोत्साहन योजना’ की राशि ₹1 लाख से बढ़ाकर ₹1.50 लाख कर दी है। उनकी पुत्री का जन्म दिनांक 09 अगस्त 2025 को हुआ है, जो संशोधित आदेश की तिथि के बाद का है। इसलिए उनकी पुत्री इस बढ़ी हुई ₹1.50 लाख की राशि की पूरी तरह से पात्र है।
पोर्टल पर मिला ₹1 लाख का संकल्प पत्र:गोस्वामी ने अपने पत्रों में दुख व्यक्त करते हुए बताया कि ओजस पोर्टल (OJAS Portal) के माध्यम से उन्हें केवल ₹1 लाख रुपये का संकल्प पत्र प्राप्त हुआ है।
यह ₹50,000 की कमी उनके जैसे गरीब परिवार के लिए “एक बहुत बड़ा अंतर” है, जो उनकी बेटी की भविष्य की शिक्षा की नींव है।
भाई दूज पर मुख्यमंत्री से करुण प्रार्थना:मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में, गोस्वामी ने भाई दूज के पावन पर्व का संदर्भ देते हुए एक ‘गरीब माँ की ओर से करुण और भावुक प्रार्थना’ की है।
उन्होंने मुख्यमंत्री को राज्य की हर बेटी का अभिभावक बताते हुए, अपनी पुत्री (जिन्हें उन्होंने मुख्यमंत्री की ‘भांजी लाडो’ कहा है) के लिए आशीर्वाद स्वरूप स्वयं अपने हाथों से संशोधित संकल्प पत्र सौंपने की विनम्र विनती की है।
उन्होंने इस राशि को “केवल सरकारी अनुदान नहीं, यह मेरे कलेजे के टुकड़े के लिए आपका आशीर्वाद है, उसका अधिकार है” बताया है।
प्रशासनिक हस्तक्षेप की मांग:गोस्वामी ने कलेक्टर महोदय, भीलवाड़ा और निदेशक, महिला अधिकारिता विभाग, जयपुर को भी पत्र लिखकर अपने आवेदन पर पुनर्विचार कर जल्द से जल्द ₹1.50 लाख का संशोधित संकल्प पत्र जारी करने हेतु मार्गदर्शन और सहयोग की अपील की है।
उनका पीसीटीएस (PCTS) ID-0107030290299189 है। यह मामला योजना के संशोधित प्रावधानों के प्रभावी क्रियान्वयन और पोर्टल पर अपडेट से संबंधित एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक चूक को उजागर करता है, जिस पर त्वरित संज्ञान लेने की आवश्यकता है।