दतिया शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, दतिया के फार्माकोलॉजी विभाग द्वारा सतत् चिकित्सा शिक्षा (CME-August 2025) के अंतर्गत एक दिवसीय अकादमिक कार्यक्रम का आयोजन 22/अगस्त/2025 को सफलतापूर्वक किया गया।
इस वर्ष का विषय “Bridging Tradition with Evidence: Sir Ramnath Chopra’s Vision for Integrative Medicine” रखा गया, *जिसमें आधुनिक चिकित्सा विज्ञान और परंपरागत उपचार पद्धतियों के बीच सेतु निर्माण पर सारगर्भित चर्चा हुई ,कार्यक्रम का आयोजन अधिष्ठाता एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा पैट्रन डॉ. दीपक सिंह मरावी के मार्गदर्शन एवं विभागाध्यक्ष तथा आयोजक अध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र कुमार बौद्ध के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर पर देशभर के प्रतिष्ठित वक्ताओं ने शिरकत की।विशिष्ट अतिथि वक्ता,डॉ. एस.पी. धनेरिया, आर.डी. गार्डी मेडिकल कॉलेज, उज्जैन,डॉ. *अमोल पाटिल, पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़,डॉ. अनन्त पाटिल, डी.वाई. पाटिल मेडिकल कॉलेज, मुंबई,डॉ. हेमलता वर्मा, गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल, इनके अलावा फार्माकोलॉजी विभाग के प्राध्यापक डॉ. सुरेन्द्र कुमार बौद्ध, सचिव डॉ. बी.पी. काले एवं पीजी रेजिडेंट डॉ. दीपिका सिंह सहित अन्य विशेषज्ञों ने भी अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए। सह-सचिव के रूप में डॉ. रंजना शर्मा ने सक्रिय भूमिका निभाई।
कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताएँ, कर्नल रामनाथ चोपड़ा की 143वीं जयंती पर उनके फार्माकोलॉजी क्षेत्र में अमूल्य योगदानों पर विशेष सत्र आयोजित किया गया।कुल 168 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से हिस्सा लिया।,23 ई-पोस्टर प्राप्त हुए, जिनमें से 17 शोध-पत्रों का प्रस्तुतिकरण हुआ।
ई-पोस्टर प्रतियोगिता परिणाम प्रथम पुरस्कार : डॉ. हरीष कुमार, आंध्र मेडिकल कॉलेज, विशाखापटनम,द्वितीय पुरस्कार : डॉ. अस्मिता पाण्डेय, गजराराजा मेडिकल कॉलेज, ग्वालियर, तृतीय पुरस्कार : डॉ. सोम्या वी., एमजीएम मेडिकल कॉलेज, इंदौर,कार्यक्रम को सफल बनाने में स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं डॉ. दीपिका सिंह, डॉ. वैभव बिलगैयां, डॉ. आदित्य कुल्थे, डॉ. अमन दाँगी, डॉ. सोहम मश्चरक, डॉ. शिवा साईं, डॉ. कृष्णदत्त उपाध्याय, डॉ. सोम्या गुप्ता एवं डॉ. गौरव वत्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि सर रामनाथ चोपड़ा का दृष्टिकोण केवल फार्माकोलॉजी तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने पारंपरिक औषधियों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से परखने और आधुनिक चिकित्सा में समावेशित करने की दिशा में मार्ग प्रशस्त किया।