कलयुग में ऐसे भी शिक्षक माता-पिता, छिंदवाड़ा जिले का मामला
शिक्षक को हुआ चौथा बच्चा नौकरी जाने के डर से नवजात को पत्थरों के नीचे दबा आए।
छिंदवाड़ा जिले के धनोरा चौकी के अंतर्गत ग्राम नांदनवाड़ी में हृदय विदारक घटना सामने आई है, जहां नौकरी बचाने एक शिक्षक ने अपने 3 दिन के कलेजे के टुकड़े को अपने सीने पर पत्थर रखकर सड़क किनारे पत्थरों में दबा कर छोड़ आये। शिक्षक और उसकी पत्नी को लगा बच्चा मर जायेगा
कहते है मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है।
सुबह राहगीर ने शिशु के रोने की आवाज सुनी। तत्काल पुलिस व एंबुलेंस को सूचना दी।
पुलिस ने उसे स्थानीय अस्पताल पहुंचाया धनोरा पुलिस से प्राप्त जानकारी अनुसार धारा 93 बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। दोषी माता-पिता की तलाश की गई।
दोषी पिता बबलू डांडोलिया तथा माँ राजकुमारी डांडोलिया ग्राम सिधौली थाना तामिया निवासी है। वह अमरवाड़ा के ग्राम नांदनवाड़ी में प्राथमिक शाला में वर्ग 3 में शिक्षक है। पूछताछ करने पर चौथी संतान होने से नौकरी से सस्पेंड (सेवा समाप्त) होने के डर था